-7566 परिवारों तक पहुचाया सूखा राशन
-कंट्रोल रूम के जरिये पहुचाई जा रही है घरों पर दवा
-268000 मानव दिवस सृजन कर जिला प्रदेश में 4 स्थान पर
उरई(जालौन)। कोरोना के संक्रमण से जिले की रफ्तार रुक गयी है। लॉक डाउन के चलते लोग घरों में कैद है। ऐसे में लोगो की हर जरूरत पूरी हो इसके लिए प्रशासन काम कर रहा है। अब तक 7566 जरूरत मन्द लोगो के घरों तक सूखा राशन पहुचाया गया है। उरई शहर में 1630 लोगो के घर दबा पहुचाई गयी। इन लोगो ने कंट्रोल रूम के जरिये मदद मांगी थी। जिलाधिकारी की मेहनत का ही यह नतीजा है कि जिले में 268000 मानव दिवस सृजन कर श्रमिको को काम दिया गया।
जनपद में 36 कोरोना पोजटिव मरीज है। जिले में लॉक डाउन का पूरी सख्ती के साथ पालन कराया जा रहा है। घरों से निकलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर जिले में एक ओर जहां सख्ती वरत रहे है वही जरूरत मन्दो लोगो को घर पर ही सहायता उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर रहे है। सबसे ज्यादा उन लोगो पर नजर रखी जा रही है जो मेहनत करके रोज कमाते खाते थे। काम छिन जाने के बाद वह घर बैठे है। कंट्रोल रूम के माध्यम से जिलाधिकारी जरूरत मन्दो के घर तक राशन पहुचा रहे है। कंट्रोल रुम के माध्यम से अब तक जिलाधिकारी 7566 परिवारों तक सूखा राशन पहुचाकर उनकी मुसीबत को दूर कर चुके है। लॉक डाउन के दौरान सबसे ज्यादा दिक्कते उन लोगो को हो रही थी जो किसी न किसी बीमारी के चलते इलाज करा रहे है। दबा की कमी उक्त लोगो को अधिक परेशान न करे इसके लिए जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम के जरिये जरूरत मन्द लोगो तक दबा पहुचाने की व्यवस्था की है। यही नही जिलाधिकारी स्वयं गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीज तक सहायता पहुचाने पहुँच जाते है। पिछले दिनों ब्लड कैंसर से पीड़ित मोहल्ला पटेलनगर में एक लड़के की डायलिसिस कराने की प्रक्रिया उन्होंने पूरी कराई।उसकी जांच रिपोर्ट वह खुद लेकर उसके घर गए पहुँच गए थे। कंट्रोल रूम पर फोन करने के बाद उरई नगर में 1630 लोगो को घर पर ही दबा उपलब्ध कराई गई।कालपी में आधा दर्जन लोगों को भी दबा घर पर ही दी गयी।कालपी , कदौरा और उरई में चूंकि कोरोना पोजटिव मरीज है इसलिए यहाँ पर घरों से निकलने पर पूरी तरह से रोक है इसलिए यहां पर दबा और राशन कंट्रोल रूम के माध्यम से घरों पर पहुचाई जा रही है। इसके अलावा मेडिकल स्टोरों से आन लाइन दबा सप्लाई हो रही है। जिलाधिकारी एक ओर जहां कोरोना पोजटिव मरीजो के सम्पर्क में आने बाले लोगों को तलाश कर उनका इलाज कराने में लगे है वही दूसरी ओर वह ऐसे लोगो का भी ख्याल रख रहे है जो काम के अभाव में घर पर बैठे है। दबा और राशन के अभाव में कोई परेशान न हो इसके लिए भी उन्होंने पुख्ता इंतजाम कर रखे है। इस समय गांवो में बड़ी संख्या में लोग बाहर से आये है। इनमे ज्यादातर लोग कामगार है।इन्हें गांवो में ही काम दिलाया जाए इसके लिए मनरेगा योजना का काम तेज कर दिया गया है। कंट्रोल रूम पर आने वाली हर काल को पूरी गम्भीरता से सुना जा रहा है। सम्बंधित व्यक्ति को भेजकर फोन करने बाले की जरूरत पूरी कराई जा रही है। पुलिस अधिकारी भी जरूरत मन्दो की मदद करने में लगे है।