नई दिल्ली। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन और उससे उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, पीएमओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की यह तीसरी बैठक थी। फिलहाल यह बैठक खत्म हो गई है और अब सभी राज्यों के फैसलों का इंतजार है। पुडुचेरी के सीएम वी पलानीसामी ने कहा कि अधिकांश सीएम ने कहा कि जिस तरह मामले बढ़ रहे हैं, उसमें सतर्क रुख होना चाहिए और पीएम को सीएम के अवलोकन के आधार पर फोन करना चाहिए। भाजपा शासित राज्यों के अधिकांश सीएम ने कहा कि लॉकडाउन जारी रखी जाए और आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे शुरू की जाए। सीएम ने कहा कि बैठक में यह बात हुई कि लॉकडाउन जारी रहे लेकिन कुछ ढील के साथ। मुख्यमंत्रियों के साथ आज हुई बैठक के बाद पीएम मोदी ने सभी सीएम से कहा कि हमें अर्थव्यवस्था को महत्व देना होगा और साथ ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई को भी जारी रखना होगा। उन्होंने टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के महत्व पर अधिक से अधिक और सुधार उपायों को अपनाने के लिए समय का उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का प्रभाव आने वाले महीनों दिखाई देगा।मास्क और फेस कवर जीवन का हिस्सा होंगे। पीएम ने कहा कि लॉकडाउन के सकारात्मक परिणाम मिले , देश पिछले डेढ़ महीनों में हजारों लोगों की जान बचाने में कामयाब रहा है।पीएम मोदी कहा कि कई देशों की स्थिति, भारत को शामिल करना, मार्च की शुरूआत में लगभग समान थी। हालांकि, समय पर उपायों के कारण, भारत कई लोगों की रक्षा करने में सक्षम रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वायरस का खतरा अधिक है और निरंतर सतर्कता सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविडजिस गली में फेंके गाए कोविड-19 का खतरा दूर है और इसलिए निरंतर सतर्कता का सबसे अधिक महत्व है।हमें वहादुर बनना है और ऐसे सुधार लाने दिया हैं जो आम लोगों के जीवन को छूते हैं। पीएम मोदी ने यह सुनिश्चित करने के महत्व पर दिन जोर दिया कि कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में देश के प्रयासों को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक लोग आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें। पीएम मोदी ने राज्यों के लिए हॉटस्पॉट्स यानी रेड जोन क्षेत्रों में सख्ती से दिशानिर्देश लागू करने के महत्व पर प्रकाश डाला ।उन्होंने कहा कि रेड जोन को हिमाचल नारंगी में बदलने और उसके बाद हरे क्षेत्रों में परिवर्तित करने के लिए राज्यों को निर्देशित किया जाना चाहिए। विदेशों में रह रहे भारतीयों को वापस पाने के मुद्दे पर पीएम ने कहा कि यह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए राजस्थान एवं दिल्ली एनसीआर से मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कोरोना के खिलाफ किया जाना चाहिए कि उन्हें असुविधा किया जाना चाहिए कि उन्हें असुविधा न हो और उनके परिवार किसी जोखिम में न हों। प्रधानमंत्री ने मौसम में बदलाव के लिए मुख्यमंत्रियों से भी आग्रह करते हुए कहा कि गर्मी और मानसून का आगमन हो रहा है और वे बीमारियां जो इस मौसम में संभावित रूप से सामने आ सकती हैं, इसके लिए आगे की रणनीति बनाएं। प्रधानमंत्री के साथ आज मुख्यमंत्रियों की बैठक में उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बताया कि राज्य के आर्थिक पुनरुद्धार के लिए, मंत्रियों की एक समिति और विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया गया है। उत्तराखंड उट कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि उट ने सुझाव दिया है कि मनरेगा मजदूरी रोजगार की अवधि वर्तमान 100 दिनों से बढ़ाकर 150 दिन कर दी जाए। पीएम मोदी के साथ इस बैठक में मुख्यमंत्रिों में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे, हिमाचल प्रदेश के सीएम जय राम ठाकुर, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं।