बैंककर्मियों की मिलीभगत से दलालों ने ग्राहकों के खातों में की सेंधमारी
टहरौली (झांसी)। बैंक ग्राहकों के खातों से रूपये निकाल लेने का एक मामला पंजाब नेशनल बैंक की शाखा टहरौली में प्रकाश में आया है। टहरौली थानाक्षेत्र के ग्राम चंदवारी निवासी बैंक खाता धारक युवराज कुशवाहा और धनराज ने थाना टहरौली में दिये प्रार्थना पत्र में बताया है कि उनके खातों से उनकी अनुपस्थिति में रुपये निकाल लिये गये हैं। युवराज पुत्र लछु ने बताया कि ग्राम के ही एक व्यक्ति द्वारा एक बार उससे खरीफ की फसल के अनुदान के पैसे डलवाने के नाम पर पासबुक ली गई थी। 8 मई को उसने बैंक जा कर खाता दिखवाया तो उसमें पैसे नहीं थे। बैंककर्मी ने युवराज कुशवाहा को बैंक से बाहर जाने को कहा। जब वह दोबारा 11 मई को बैंक आया और बैंककर्मी से अपने खाते का ब्यौरा दिखाने को कहा, क्यों कि वह पूर्व से ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकृत था और उसके खाते में निधि के रुपये लगातार आ रहे थे, अन्य लोगों के रुपये आ जाने पर उसे अनुमान था कि उसके भी रुपये आ गए होंगे। पीएनबी बैंककर्मियों ने पहले तो उसे टरकाया लेकिन जबरजस्ती करने पर जब ब्यौरा देखा गया तो उसके खाते से 17 अप्रैल को 2 हजार रुपये निकाले गए थे। जब युवराज इस बात पर अड़ गया कि उसने अपने खाते से रुपये नहीं निकाले तो फिर उसके खाते से रुपये कैसे निकल गये ? मामले को तूल पकड़ता देख पुरानी 17 अप्रैल की निकासी पर्ची देखी गई जिस पर युवराज के नाम की निकासी पर्ची पर युवराज के नाम के फर्जी हस्ताक्षर बने हुये थे। युवराज ने आरोप लगाया कि बैंक में पदस्थ एक बैंककर्मी ने उसके ऊपर दबाब बना कर 17 अप्रैल की दूसरी निकासी पर्ची भरवाई, और अपने पास से 2 हजार रुपये उसके हाथ में थमा दिये और कहा कि अब इस मामले को आगे न बढ़ाओ तुम्हारे रुपये मिल गये हैं अब सीधे अपने घर जाओ। धनराज ने दिये प्रार्थना पत्र में कहा कि उसकी माँ श्याम बाई के खाते से 2 अप्रैल को फर्जी हस्ताक्षर बना कर 5 हजार रुपये निकाले गये। खरीफ की फसल के अनुदान राशि डलवाने के नाम पर पासबुक लेने वाले गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि उसके खाते में सिर्फ 3 हजार रुपये ही आये हैं और रुपये निकलवाने के नाम पर उसने 700 रुपये रख लिये। इस प्रकार 5 हजार निकालने के बाद श्याम बाई को मात्र 2300 रुपये थमा दिये गये। युवराज कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि इसी प्रकार गांव के कई लोगों के खातों से पैसे निकाले गये हैं। लोगों द्वारा बताया गया कि गांव का ही एक व्यक्ति बैंक का दलाल है और बैंक कर्मियों के साथ सांठ गांठ कर लोगों के खातों से पैसे गायब कर देता है। इनके अलावा अन्य उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि कई बैंककर्मी इस भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। और नियमों को ताक पर रखकर काम करने के बदले इनको दलालों कब द्वारा मोटा माल भी दिया जाता है। शाखा प्रबंधक बालादीन से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सम्बंधित लोगों को बुला कर पूरी जानकारी की जा रही है। पूरी जानकारी होने के बाद ही कुछ बता पायेंगे। वहीं थाना टहरौली द्वारा मामले की जांच की जा रही है और बैंक की सीसीटीवी फुटेज और बैंक की निकासी पर्चियों की जांच की जा रही है। जब इस विषय में क्षेत्राधिकारी टहरौली हरिराम यादव से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि पीडि़तों के बयान लिये जा रहे हैं और उनके बाद सम्बन्धित बैंककर्मियों के भी बयान लिये जायेंगे। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। ज्ञात हो कि पूर्व में कुछ माह पहले पीएनबी बैंक टहरौली एक किसान के 46000 रुपये एक दलाल द्वारा एक बैंककर्मी से सांठगांठ करके छीन लिये गये थे परन्तु मामले पर लीपापोती हो जाने एवं कोई ठोस कार्यवाही न होने के कारण यहां सक्रिय दलालों एवं इसमें संलिप्त बैंककर्मियों के हौसले एक बार फिर बढ़ गये हैं और आपसी साँठगाँठ के द्वारा ग्राहकों को जमकर चूना लगा रहे हैं। पीएनबी बैंककर्मियों और दलालों का रिश्ता काफी पुराना रहा है और इन लोगों ने मिलकर नित नये कारनामे किये हैं ।