कोराना से भले न मरूं पर भूख से जरूर मर जाऊंगा

 0 मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित सिपाही ने उठाये व्यवस्थाओं पर सबाल 
0 समय पर नश्ता खाना एवं दवा न मिलना किया उजागर 
0 एक ही कैम्पर से पानी पीने को विवश हो रहे सभी मरीज
0 वीडियो वायरल कर सिपाही ने फैलायी सनसनी 
उरई (जालौन)। एक तरफ जहां  शासन प्रशासन कोरोना मरीजों के उपचार एवं व्यवस्थाओं के लिये तरह तरह के उपायों के दावे कर रहा वही दूसरी तरफ राजकीय मेडिकल कालेज उरई में भर्ती कोरोना संक्रमित एक सिपाही ने वहां की व्यवस्थाओं पर तमाम सबाल उठाते हुये उनके दावों पर प्रश्नचिंह लगा दिया।  सोशल मीडिया पर एक वीडियो के माध्यम से सिपाही ने अपनी दांस्ता सुनाते हुये प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है। इस वीडियो के बाद जनपद में एक तरह से हलचल सी मच गयी है। तथा मेडिकल कालेज प्रशासन की कार्यशैली पर तरह तरह की चर्चायें शुरू हो गयी है।
 जारी वीडियो के माध्यम से कोरोना संक्रमित सिपाही अपनी दास्तां कहता सुनाई दे रहा है कि वहां पर न तो गर्म पानी दिया जा रहा है और न ही न ही फल आदि दिये जा रहे है। चाय के साथ दो-चार विस्कुट देकर अपरान्ह बाद भोजन दिया जाता है। ऐसी स्थिति में जो मरीज मेडिकल कालेज उरई में भर्ती है उनकी सेहत कितने दिनों तक ठीक रह सकती है यह एक सोचनीय विषय हो सकता है। सिपाही का कहना था यहां भर्ती मरीज कोरोना से मरे या न मरे लेकिन भूख से जरूर मर जायेंगे। गौरतलब हो कि 9 मई को जिला अस्पताल से राजकीय मेडिकल कालेज उरई में भर्ती कराये गये कोरोना संक्रमित सिपाही ने बताया कि जब उसे मेडिकल कालेज में शाम 5 बजे के लगभग भेजा गया तो उसे खाना रात नौ बजे के बाद दिया गया। दूसरे दिन उसे न तो गर्म पानी दिया गया और न ही फल आदि दिये गये। 11 बजे के लगभग एक चाय व चार विस्कुट दिये इसके बाद पौने तीन बजे खाना दिया गया। जब उसने अलग से पीने के लिये पानी की बोतल मांगी तो उसे एक बोतल पानी की देकर हिदायत देकर कहा गया कि अब वह बार्ड में रखे पानी के कैम्पर से ही पानी पीने की बात कही गयी। कोरोना संक्रमित सिपाही का कहना वीडियो में कहना था कि यदि एक ही कैम्पर से सभी बार्ड के मरीज पानी पियेंगे तो जिन लोगों को कम संक्रमण है वह ज्यादा संक्रमित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। राजकीय मेडिकल कालेज उरई में भर्ती कोरोना संक्रमित सिपाही ने बताया कि सोमवार को भी उसे 11 बजे केवल चाय व चार बिस्कुट दिये गये लेकिन फल नहीं दिये गये। दोपहर व शाम का भोजन भी समय से नहीं दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सिपाही कहता सुना जा रहा है यहां पर भर्ती मरीज कोरोना से मरें या न करें लेकिन वह भूख से ही मर जायेंगे। पीड़ित सिपाही ने जिम्मेदारियों का अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया है ताकि यहां पर भर्ती मरीजों का सही तरीके से उपचार संभव हो सके। तो उधर सोशल मीडिया पर सिपाही का वीडियो वायरल होने से राजकीय मेडिकल कालेज उरई में क्वारंटीन करने वाले व कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ जो किया जा रहा है उसकी सच्चाई भी खुलकर सामने आ गयी है।


कोरोना संक्रमित सिपाही के आरोपों की जांच करायेंगें----डा द्विजेंद्र नाथ
उरई(जालौन)। राजकीय मेडिकल कॉलेज  उरई के प्रधानाचार्य डॉ द्विजेंद्र नाथ ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित सिपाही के आरोपों की जांच कराने की बात कहते हुए कहा है कि यदि किसी मरीज को कोई शिकायत है तो वह वीडियो वायरल करने से पहले संबंधित संस्था में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से शिकायत करें समाधान ना होने पर उसे आगे बढ़ना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में 56 मरीज आइसोलेशन वार्ड एवं कोरोना वार्ड में भर्ती हैं और सभी मरीजों को तीन बार नाश्ता, लंच ,डिनर एवं फल के साथ ही गर्म पानी चिकित्सालय के नियमों के अनुसार दिया जा रहा है। चिकित्सालय में उपचाराधीन मरीजों के भोजन के लिए कोई कमी नहीं है यदि मरीज निर्धारित डायट के अलावा भोजन की मांग करता है तो उसकी मांग को पूरा किया जाता है। उन्होंने बताया कि मरीजों को नहाने एवं कपड़े धोने का साबुन, शैंपू का पाउच, तेल का पाउच ,अलग-अलग बाल्टी ,मग्घा दिया गया है इसके अलावा कई अन्य व्यवस्थाएं भी की गई है।