पेंटिग के जरिये लोगों को किया जा रहा है जागरूक
महिला थानाध्यक्ष ने बनाई आकर्षक पेंटिग
हर जरूरत का सामान पहुचाया जा रहा है घरों में
परिवार से दूर रहकर पुलिस कर्मी लड़ रहे है कोरोना से जंग
उरई (जालौन)। कोरोना महामारी से जनमानस को बचाने के लिए पुलिस कई भूमिकाएं निभा रही है। जरूरत मन्दो तक दबा, खाना तो भिजवा ही रही है साथ ही लोगो को घर मे रहने के लिए जागरूक भी कर रही है। महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी,एसआई रानी गुप्ता ने शहर में कई स्थानों पर पेंटिग बनाकर नगर वाशियो को घर मे रहने की मार्मिक अपील की है।
शहर में जिस तरह से कोरोना पोजटिव मरीजो की संख्या बढ़ रही है वह चिंता का विषय है। कोरोना को हराने के लिए सबसे अच्छा और कारगर हथियार घर मे रहना ही है। जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर,पुलिस अधीक्षक हर वह सम्भव प्रयास कर रहे है जिससे लोगो को कोरोना से बचाया जाए। प्रशासन लोगो को घर पर ही हर जरूरत का सामान उपलब्ध कराने की कोशिश में जुटा है। अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों तक अधिकारी स्वयं दबाइया पहुचा रहे है।पिछले दिनों जिलाधिकारी ने आटा गांव में अकेले रह रहे बुजुर्ग तक दबा भिजवाई,उरई के पटेल नगर में बच्चे के उपचार की व्यवस्था घर पर ही कराई गई। ऐसे में लोगो की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वह अपने को घर मे सुरक्षित रखे। पुलिस इसके लिये हर वह कदम उठा रही है जिसकी आवश्यकता है। फिर भी लोग नही मान रहे है यह चिंता का विषय है। आज महिला थानाध्यक्ष नीलेश कुमारी और एसआई रानी गुप्ता ने कलेक्ट्रेट और शहीद भगत सिह चोराहे पर कई तरह की आकर्षक पेंटिग बनाई। वह पेंटिग बनाकर लोगो को जागरूक करने के काम मे लगी है। पेंटिग के माध्यम से लोगो को बताया जा रहा है कि वह घर पर अपने को रख कर खुद सुरक्षति रह सकते है और अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते है। पुलिस की इस पहल का असर भी देखने को मिला। जो लोग घर से निकले और पुलिस कर्मियों की पेंटिंग को उन्होंने देखा तो खुद को शर्मिंदगी का शिकार पाया और अपनी गल्ती मानकर घर वापस लौट गए। इसके अलावा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने कंट्रोल रूम से उन स्थानों पर लोगो को न जाने के लिये भी आगाह किया जहां पर आबा जाही पर पूरी तरह से मनाई है। पुलिस अधिकारी अपनी तकलीफे भूल कर शहर को सुरक्षित रखने में जुटे है। कई पुलिस अधिकारी और कर्मी अपने परिवार से लम्बे समय से दूर है। परिजनों की दिक्कतों को भूल कर वह कोरोना से जंग लड़ रहे है। ऐसी स्थिति में नागरिकों की जिम्मेदारी बन जाती है कि वह प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहा आदेशो का पालन करे। न कि पुलिस के साथ घूमने के लिए लुका छिपी का खेल खेले।