0 हाटस्पॉट एरिया की सभी दुकानें ऐहतियात के तौर पर बंद
उरई (जालौन)। जिला मुख्यालय में कोरोना पॉजीविट मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होने से जहां नगरवासी चिंतित नजर आ रहे हैं तो वहीं प्रशासन के लिये भी मुसीबतें बढ़नी शुरू हो गयी है। जिस तरह से बीती बुधवार की देर शाम पहले सब्जी बेंचने वाला और गुरुवार को बीएस-सी का छात्र कोरोना पॉजीविट निकला है उससे कोरोना पॉजीविट मरीजों की संख्या बढ़कर दस तक पहुंच गयी है। इसी के साथ जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर संक्रमित पाये सब्जी विक्रेता के संपर्क में आये आधा दर्जन लोगों को जांच के लिये मेडिकल कालेज ले गयी है।
उल्लेखनीय हो कि 25 अप्रैल को पहला कोरोना पॉजीविट चिकित्सक निकला था। इसके बाद उसकी पत्नी भी कोरोना पॉजीविट आयी थी। इसके बाद एक पीएल कमला हास्पिटल के आपरेशन रूम मैनेजर कोरोना पॉजीविट पाया गया था। फिर पुराने जीजीआई के समीप रहने वाली एक महिला कोरोना पॉजीविट मिली तो कोरोना पॉजीविट मरीजों की संख्या बढ़कर चार हो गयी थी। फिर कुछ दिनों के अंतराल पर उक्त महिला के दो बच्चे व एक कंप्यूटर मिस्त्री कोरोना पॉजीविट मिला। बुधवार की शाम जिला प्रशासन द्वारा एक सब्जी बेंचने वाला कोरोना पॉजीविट होने की पुष्टि की तो गुरुवार को मोहल्ला तिलक नगर निवासी बीएस-सी का छात्र कोरोना पॉजीविट मिलने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर दस तक पहुंच गयी है। इसी के साथ जिला प्रशासन ने नगर के हॉटस्पाट क्षेत्रों में सख्ती बढ़ाते हुये लॉकडाउन का हर नगरवासी को पालन करने के निर्देश दिये जा रहे हैं।
उरई में कोरोना पॉजीविट मरीजों की संख्या दस हुई