- पत्नी और दोस्त के बीच अवैध सम्बन्धों के कारण हुई थी आलोक की हत्या
झांसी। बीते दिनों नबावाद थाना क्षेत्र में षड़यन्त्र के तहत हुई आलोक तिवारी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के मुताबिक आलोक की हत्या को अंजाम उसके ही तीन मित्रों ने मिलकर दिया था। घटना से पूर्व आलोक के मर्डर की योजना बनाई गई थी। जिसमे मृतक की पत्नी भी शामिल थी। पुलिस ने तीनों आरोपी दोस्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त पत्थर, एक डण्डा तथा मोटरसाईकिल बरामद की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 10 मई को प्रातः नबावाद पुलिस को विश्वविद्यालय चौकी अन्तर्गत करगुवां जी के पास एक तालाब के समीप खून से लथपथ एक शव डले होने की सूचना मिली थी। सूचना पर पहुंची नबाबाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी थी। शव का सिर व चेहरा कुचला हुआ था व उसका शरीर आग से जला हुआ था। उक्त शव की शिनाख्त निवाड़ी के असाटी निवासी व हाल निवासी कोछाभांवर के पास आलोक तिवारी के रूप में की गयी थी। मृतक के भाई अंकित तिवारी ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देते हुए अज्ञात लोगों के विरूद्व हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की जांच में लगी पुलिस को मृतक के दोस्तों पर शक हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने मृतक आलोक के तीन दोस्तों नरेन्द्र राजपूत निवासी ग्राम गोहाण्ड थाना जरिया जिला हमीरपुर हाल निवासी कोछाभावंर, सुशील उर्फ सोनू यादव तथा अंकित उर्फ सुरेन्द्र यादव निवासी मेडीकल कॉलेज करगुवां जी के पास को गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस ने तीनों दोस्तों से गहराई से पूछताछ की तो उन्होंने अपने दोस्त आलोक की हत्या करने का जुर्म स्वीकार कर लिया। तीनों बताया कि मृतक आलोक की पत्नी पूनम व नरेन्द्र राजपूत के बीच पिछले तीन वर्षों से अवैध सम्बन्ध स्थापित थे। पूनम व नरेन्द्र ने आलोक की हत्या करके अपना रास्त साफ करने की योजना बनाई। जिसके तहत तीनों दोस्तों ने मृतक आलोक को कोछाभांवर के पास शराब व मीट का सेवन कराया और करगुवां जी की ओर जाने वाले रास्ते पर सूनसान जगह देखकर पत्थर व डण्डों से उसे मौत के घाट उतार दिया। पहचान छिपाने के लिए मृतक के शव का पेट्रोल से जलाया गया था। पुलिस योजना बनाने वाली पत्नी को अभियुक्त बनाकर तीनों दोस्तों को जेल भेज दिया है।